My dear sir ❣️

“बस क़िरदार तुम्हारे उतर सकूं!!”

जीवन के संकट कांटों पर
जब मैं अपने नंगे कच्चे–पांव रखूं !
तुमसे सीखू जो तौर तराने,
तो हर कच्ची पगडंडी पर...
खुदको मैं संभाल सकूं!!

पाकर के मैं छांव तुम्हारी
हर एक नजारे निखर सकूं !
तो जीवन में अब प्रयत्न यही... 
अब अंतस की आवाज यही ...
बस किरदार तुम्हारे उतर सकूं !!

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